PANDIT JI FOR PUJA (pandit for worship)
Our aim is to serve those who have faith in God and who are ready to do devotion, who engage in religious work. Devotees who want spiritual information can join us.
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श्रीपार्वाती जी ने कहा भगवन् ! आप सब तत्त्वों के ज्ञाता हैं । आपकी कृपा से मुझे श्रीविष्णु सम्बन्धी नाना प्रकार के धर्…
ॐ श्री परामात्मने नमः सातवाँ अध्याय उसके उपरान्त श्रीकृष्णभगवान् बोले, हे पार्थ! तू मेरेमें अनन्य प्रेमसे आसक्त हुए मन…
ॐ श्रीपरमात्मने नमः आठवाँ अध्याय इस प्रकार भगवान्के वचनोंको न समझकर अर्जुन बोले, हैं पुरुषोत्तम ! जिसका आपने वर्णन किय…
उसके उपरान्त श्रीकृष्णभगवान् बोले, हे अर्जुन ! तुझ दोष- दृष्टिरहित भक्तके लिये इस परम गोपनीय ज्ञानको रहस्यके सहित कहूँग…
ॐ श्रीपरमात्मने नमः तेरहवाँ अध्याय उसके उपरान्त श्रीकृष्णभगवान् फिर बोले, हे अर्जुन ! यह शरीर क्षेत्र है, ऐसे कहा …
ॐ श्रीपरमात्मने नमः चौदहवाँ अध्याय उसके उपरान्त श्रीकृष्णभगवान् बोले, हे अर्जुन ! ज्ञानोंमें भी अति उत्तम परम ज्ञानको…
ॐ श्री परमात्मने नमः पंद्रहवाँ अध्याय उसके उपरान्त श्रीकृष्णभगवान् फिर बोले कि हे अर्जुन आदि पुरुष परमेश्वर रूप मूलवाल…
ॐ श्रीपरमात्मने नमः सोलहवाँ अध्याय उसके उपरान्त श्रीकृष्ण भगवान् फिर बोले, हे अर्जुन ! दैवी सम्पदा जिन पुरुषोंको प्राप…
ॐ श्रीपरमात्मने नमः सत्रहवाँ अध्याय इस प्रकार भगवान्के वचन सुनकर अर्जुन बोले, हे कृष्ण ! जो मनुष्य शास्त्रविधिको त्याग…
ॐ श्रीपरमात्मने नमः आठवाँ अध्याय इस प्रकार भगवान्के वचनोंको न समझकर अर्जुन बोले, हैं पुरुषोत्तम ! जिसका आपने वर्णन किय…
ओमित्येकाक्षरं ब्रह्म व्याहरन् मामनुस्मरन् । यः प्रयाति त्यजन् देहं स याति परमां गतिम् ॥१ ॥ स्थाने हृषीकेश तव प्रकीर…
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